उत्तर प्रदेश के मुसलमान मतदाताओं के पास कोई वजह नहीं है वर्तमान भाजपा सरकार को 2022 में वापस आने से रोकने की। देश के किसी भी हिस्से में लागू केंद्र या राज्य की सरकारी योजनाओं का पात्र होने की दशा…
अवनीश पी ऍन शर्मा
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मैं जब उन्नीस साल का था तब आखिरी बार गोरखपुर खाद कारखाने को चलते देखा… अब पचास साल का होने पर उसी गोरखपुर खाद कारखाने को दोबारा चलते देख रहा हूँ। किसने बर्बाद किये गोरखपुर खाद कारखाने और किसानों के…
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आगामी पंजाब विधानसभा चुनावों में पंजाब का हिन्दू और गैर जट सिख मतदाता एक बार फिर सिद्ध करने जा रहा है कि वह जहां रहेगा राजनैतिक सत्ता उसकी होगी। पंजाबी हिन्दू और गैर जट सिख मतदाता पिछले विधानसभा चुनाव में…
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अवनीश पी ऍन शर्माऐतिहासिकराजनीतिसामाजिक
कुत्तों और भक्तों का रिश्ता
by Awanish P. N. Sharma 12 viewsकुत्तों और भक्तों का रिश्ता ऐसा ही कहलाता है : एक बात तो है कि कृषि क़ानून की वापसी पर भक्तों ने जिस तरह नरेंद्र मोदी का डट कर और खुल कर विरोध किया है, वह अदभुत है। साफ़ कह…
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अपराधअवनीश पी ऍन शर्माइतिहासजाति धर्ममीडियाराजनीतिविदेशसच्ची कहानियां
मुट्ठीभर “कुछ” लोग – 2
by Awanish P. N. Sharma 25 viewsइतनी जल्दी कैसे भूल जाने को तैयार मुट्ठीभर “कुछ” लोग : पाकिस्तान के कब्जे वाले एक अभागे शहर मीरपुर की कहानी भारत विभाजन की वह कहानी है जिस पर मानवता भी शर्म खा जाय लेकिन कथित आजाद भारत की तात्कालिक…
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तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के निर्णय पर देश को संबोधित करते हुए इस वापसी का दुख आपके चेहरे पर साफ था। आज आपकी वाणी आपके हृदय के साथ नहीं थी। आपने कहा भी… हम समझा नहीं पाये। आपने…
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आज सरसों का तेल 200₹ लीटर पार गया। किसान का सरसों भी 9500₹ कुंतल की कीमत पर बिक रहा है। आज से महज 8-10 पहले जब भी महंगाई बढ़ती थी तो उस अनुपात में किसान की कमाई में कोई बढ़त…
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पाकिस्तान के कब्जे वाले एक अभागे शहर मीरपुर की कहानी भारत विभाजन की वह कहानी है जिस पर मानवता भी शर्म खा जाय लेकिन कथित आजाद भारत की तात्कालिक सत्ताई राजनीति को शर्म नहीं आयी। तारीख 25 नवंबर 1947 भारत-पाक…
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काशी का क्योटो होना : “नवंबर 2018 में श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण के प्रारंभिक चरण में काशी की धरती से यह ग्राउंड रिपोर्ट जो आप सबके बीच रखी गयी थी। अब बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण अपने पूरे रंग में…
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मानस के बालकाण्ड में दुष्टों की वंदना का भी रोचक वर्णन है। दुष्टों के प्रति बुरा भाव रखने के बजाय उनका भी पूजन वंदन कर लेने से शुभ कार्य निर्विघ्न पूरे होगें, शायद तुलसी बाबा का यह भाव रहा हो…