Home लेखक और लेखसतीश चंद्र मिश्रा वोटबैंक होना चाहिए… वरना ठेंगे पर सब…

वोटबैंक होना चाहिए… वरना ठेंगे पर सब…

Satish Chandra Mishra

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एक अबोध बालक का जन्म अशुभ समझे जाने वाले अभुक्त मूल नक्षत्र में हुआ। बालक के जन्म के दूसरे दिन ही मां का निधन हो गया। अंधविश्वासी पिता ने किसी और अनिष्ट से बचने के लिए बालक को त्याग दिया और एक दासी को सौंप दिया। बालक 5 वर्ष का हुआ तो उसके जीवन का एकमात्र सहारा वह दासी भी चल बसी। पिता भी तब तक चल बसे थे। अतः उस अनाथ बालक का जीवन भयानक कष्टों वाले कठोर संघर्ष की आग में तपा और वह बालक साहित्याकाश का सबसे दैदीप्यमान नक्षत्र बनकर आज भी दमक रहा है। दुनिया उसे श्री रामचरितमानस मानस सरीखे कालजयी पवित्र ग्रन्थ के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास जी के नाम से जानती है। आज सावन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को ही गोस्वामी जी का जन्म हुआ था।
देश और उत्तरप्रदेश में भाजपा की सरकार है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने यह उचित नहीं समझा कि श्रीरामचरितमानस के रचयिता को ट्विटर पर ही सही, अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए जाएं।

बताने की आवश्यकता नहीं कि देश और प्रदेश में भाजपा की सत्ता तथा प्रभु राम के आशीर्वाद के मध्य क्या संबंध है और इस संबंध में श्री रामचरितमानस की क्या भूमिका है।

अब जरा अंतर भी समझिए… इसी पोस्ट के साथ कमेंट में अंग्रेजी के दो महान साहित्यकारों, शेक्सपियर और बर्नार्ड शॉ के घरों के चित्र दे रहा हूं, जिन्हें ब्रिटेन में म्यूजियम बना दिया गया है और उन घरों की देखरेख किस स्तर की हो रही है, इस तथ्य को उनके मकान के चित्र स्वंय बता देते हैं।

पोस्ट के साथ ही कमेंट में तुलसीदास जी के जन्मस्थल, तथा वाराणसी स्थित उन दो आवासों के चित्र भी पोस्ट कमेंट में दे रहा हूं जो स्वंय बता देते हैं कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात से आज तक तुलसीदास की कितनी घनघोर उपेक्षा कितना घनघोर तिरस्कार किया जा रहा है। सम्भवतः ऐसा इसलिए है क्योंकि गोस्वामी तुलसीदास जी के नाम का कोई वोटबैंक नहीं है।

स्पष्ट कर दूं कि कांग्रेस को कोसने से काम नहीं चलेगा, क्योंकि 8 साल से केंद्र में तथाकथित रामभक्त भाजपा की सरकार है। देश का प्रधानमंत्री उसी बनारस से सांसद है जिस बनारस में तुलसीदास जी का एक स्मारक, उनका एक आवास कूड़ाघर बन चुका है। दो माह पूर्व अनुज अश्विनी त्रिपाठी, अभिषेक त्रिपाठी को लेकर उस स्थान के दर्शनार्थ गया था तब 45 सेकेंड का यह वीडियो बनाया था।
आप भी देखिए श्रीरामचरितमानस के रचयिता के उस आवास/स्मारक की दुरावस्था को जहां रहकर उन्होंने अपने दूसरे सर्वाधिक चर्चित, लोकप्रिय काव्यग्रंथ “विनयपत्रिका” की रचना की।

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