दुर्योधन, महाभारत का एक नकारात्मक किरदार जिसे मृत्यु पश्चात पांडवो के साथ स्वर्ग में जगह मिली। अधर्म के रास्ते पर चलने वाला दुर्योधन आखिर स्वर्ग का हकदार क्यों बना। महर्षि व्यास ने बहुत कूटरचित तरीके से इसका वर्णन किया है।…
ज़ोया मंसूरी
-
-
खेल खिलाडीजाति धर्मज़ोया मंसूरीलेखक के विचार
विराट कोहली अब सन्त
by ज़ोया मंसूरीby ज़ोया मंसूरी 119 viewsपहली तस्वीर में जो स्टेच्यू दिख रहा है वो हैं केरल के महान सन्त नारानाथ ब्रंथन। उन्हें अवतार भी माना जाता है। नारानाथ ब्रंथन का अर्थ है नारणम का पागल आदमी। नारानाथ ब्रंथन की कहानी केरल की लोककथाओं से आती…
-
नयाज़ोया मंसूरीज्ञान विज्ञानलेखकों की चुटकी
2.6 करोड़ साल पहले देखे गए थे चीता
by ज़ोया मंसूरीby ज़ोया मंसूरी 153 viewsचीता सबसे पहले 2.6 करोड़ साल पहले मायोसीन युग मे दक्षिण अफ्रीका में देखे गए थे। तब इनका आकार बिल्ली जितना हुआ करता था। जब मुगल दक्षिण अफ्रीका पहुंचे तो उनके प्रभाव में आकर ये पांच वक्त नमाज अदा करने…
-
ऐतिहासिकईश्वर भक्तिज़ोया मंसूरीपरम्पराएसामाजिक
मर्कबाह रहस्यवाद, प्राचीन यहूदियों का एक प्राचीन रहस्यवाद
by ज़ोया मंसूरीby ज़ोया मंसूरी 191 viewsमर्कबाह रहस्यवाद में मानव शरीर को दो त्रिकोणों के बीच स्थित ‘सेंटर ऑफ एनर्जी फील्ड’ के रूप में परिभाषित किया गया है। मर्कबाह रहस्यवाद में मानव शरीर को शक्ति का स्रोत माना गया है, एक ऐसा ऊर्जा क्षेत्र जो सात…
-
लेखक के विचारचलचित्रज़ोया मंसूरीसामाजिक
मट्टो की साइकिल फ़िल्म समीक्षा
by ज़ोया मंसूरीby ज़ोया मंसूरी 208 viewsसत्या ने फ़िल्म के लिए एक लाइन लिखी, ‘फ़िल्म में लोगों को उतना ही बुरा दिखाया गया है जितना लोग होते है और उतना ही अच्छा जितने वो होते हैं।’ किसी फिल्म को एक लाइन में कह देना बहुत बड़ी…
-
राजनीतिज़ोया मंसूरीमुद्दासामाजिक
केजरीवाल और टीम खंड खंड के मुखिया
by ज़ोया मंसूरीby ज़ोया मंसूरी 135 viewsटीम खंड खंड के मुखिया पंडित धनंजय को जब गुजरात में उनकी कम्पनी ने पिछवाड़ा पर लात मारकर भगा दिया तो ये देवरिया में अपने घर महेन आ गए। टीम खंड खंड में आपसी मनमुटाव के कारण चंदा आना बंद…
-
साहित्य लेखकहानियाज़ोया मंसूरीज्ञान विज्ञान
महर्षि उद्दालक आरुणि के पुत्र
by ज़ोया मंसूरीby ज़ोया मंसूरी 279 viewsअद्वैत वेदांत के महावाक्य ‘तत्वमसि’ का वाचन करने वाले महर्षि उद्दालक आरुणि के एक पुत्र थे, श्वेतकेतु जो पांचाल देश मे जन्मे थे और आज के उत्तराखंड में कहीं रहते थे। महावाक्य ‘तत्वमसि’ का अर्थ है “तुम वही हो, जो…
-
गांव के स्कूल में नए मास्टरजी आये। उन्होंने सोचा किसी अच्छे लड़के को मोनिटर बना दूँ। अब उन्होंने एक के बाद एक लड़कों से सवाल पूछना शुरू किया। “स्कूल से छूटने के बाद घर पर जाके क्या करते हो ?”…
-
ज़ोया मंसूरीज्ञान विज्ञानप्रेरणादायक
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना
by ज़ोया मंसूरीby ज़ोया मंसूरी 394 viewsसूर्य ग्रहण हालांकि एक खगोलीय घटना है लेकिन धार्मिक रूप से भारत मे लोग मानते रहे हैं कि सूर्य ग्रहण इसलिए होता है क्योकि एक राक्षस राहु भगवान सूर्य को निगल जाता है। निर्वाण प्राप्त करने वाले बुद्ध के धर्म…
-
राजनीतिइतिहासज़ोया मंसूरीलेखक के विचारलेखकों की चुटकी
मुलायम सिंह यादव थे संघर्षों के नेता
by ज़ोया मंसूरीby ज़ोया मंसूरी 159 viewsमुलायम सिंह यादव संघर्षों के नेता थे। हिंदुओं में हर जाति को साध रखा था उन्होंने, लेकिन बावजूद इसके उनकी राजनैतिक विचारधारा हमेशा से स्पष्ट रही है। अन्य नेताओं की तरह उनका चरित्र दोहरा नहीं रहा। उनके लिए मुसलमान प्राथमिकता…