पसमांदा आंदोलन की यह एक बड़ी कामयाबी है कि भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव के ठीक बीच में मुस्लिम समाज में सामाजिक न्याय का प्रश्न चर्चा में हैं दैनिक जागरण का बहुत आभार कि…
Faiyaz Ahmad
Faiyaz Ahmad
Author,Translator,Columnist, Media Panelist, Socio-Pasmanda Activist & Medical Doctor by profession
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जाति धर्मफ़ैयाज़ अहमद फ़ैज़ीसामाजिक
फ़र्क़ करों यह किसका मुद्दा है ?
by Faiyaz Ahmadby Faiyaz Ahmad 547 views#बुनकर औरतें बुरका पहनकर लूम चला पाएंगी? #धुनिया और #दर्ज़ी का काम करने वाली औरतें बुर्का पहनकर कपड़ा सिलती हैं? #घोषी औरतें क्या बुर्का पहनकर गोबर ढोने, दूध बांटने का काम करती हैं? #धोबी औरतें क्या बुर्का पहनकर कपड़ा धोने…
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जाति धर्मफ़ैयाज़ अहमद फ़ैज़ीराजनीति
दलीलों के आधार पर यह सुझाव देना तार्किक होगा
by Faiyaz Ahmadby Faiyaz Ahmad 655 viewsयहां प्रस्तुत आंकड़ों और दलीलों के आधार पर यह सुझाव देना तार्किक होगा कि भारत में मुस्लिम सामाजिक संरचना के हिसाब से तीन श्रेणियों – अशराफ, अजलाफ व अरजाल में आते हैं। इन तीनों समूहों के लिए पृथक स्वीकारात्मक कार्यों…
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जाति धर्मफ़ैयाज़ अहमद फ़ैज़ीलेखक के विचारसामाजिक
9 जनवरी 1941 को खीरगाँव, हज़ारीबाग़ में हुए सम्मेलन में बेगम मोईना
by Faiyaz Ahmadby Faiyaz Ahmad 696 viewsमहिला प्रभाग, ज़िला मोमिन कांफ्रेंस के 19 जनवरी 1941 को खीरगाँव, हज़ारीबाग़ में हुए सम्मेलन में बेगम मोईना ग़ौस ने अपने स्वागत भाषण में ये बताया की मोमिन कांफ्रेंस(आसिम बिहारी के नेतृत्व में प्रथम पसमांदा आंदोलन) की कोशिशो से- …
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फ़ैयाज़ अहमद फ़ैज़ीराजनीतिविदेश
पाकिस्तान के कम्युनिस्ट दलित लेखक
by Faiyaz Ahmadby Faiyaz Ahmad 703 viewsपाकिस्तान के कम्युनिस्ट दलित लेखक अब्दुर रशीद धोलका(भंगी/मुसल्ली) अपने लेख क़ौमी मसला(राष्ट्रवाद की समस्या) में लिखते हैं… “हज्जाज बिन यूसुफ( हज्जाज पुत्र यूसुफ) ने सिंध पर आक्रमण का आदेश प्राप्त करने के लिए जो आवेदन प्रथम खलीफा को दी,…
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मुस्लिम धर्म के मानने वाले बहुजन पिछड़े, दलित और आदिवासी को सामूहिक रूप से पसमांदा कहते है, जिसकी अधिकतर जातियां OBC, और S.T. आरक्षण में अक्षादित हैं। S.C. केटेगरी पर धार्मिक पाबंदी होने के कारण उससे वंचित है। बहुत सी…
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जब देवबंद के मशहूर आलिम और पकिस्तान के पूर्व जस्टिस मौलाना तक़ी उस्मानी के पिता मुफ़्ती शफ़ी उस्मानी ने अपनी किताब* में क़ुरआन और हदीस के हवाले(उद्धरण) से ये साबित किया कि दस्तकार/शिल्पी/पेशावर/महनतकश मुसलमान मलेछ(रज़िल/अर्ज़ाल) और असभ्य(जल्फ़/अजलाफ) हैं और इस्लाम…