किसी के घर आने की इच्छा है? आपका स्वागत है। लेकिन दरवाजा खटखटा कर उसकी अनुमति लें, फिर आएं। अगर आप पिछले दरवाजे या टूटी खिड़की, नाली-नाबदान से उसकी जानकारी के बिना घुसेंगे तो आपको संवैधानिक और कानूनी रवायत से…
अवनीश पी ऍन शर्मा
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दूध दही पर कर-मर और सावन-आवन के बीच आज भोजन संस्कृति पर एक प्रचण्ड हिंदूवादी सूचनात्मक (ज्ञानात्मक नहीं) पोस्ट का मौसम बन आया है। अहा.. कितना विराट है हमारा सनातन और उसकी हिंदुत्व जीवनशैली। देश में ऐसे मंदिर और धार्मिक…
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भारत निर्माणअवनीश पी ऍन शर्मासाहित्य लेख
बुंदेलों-हरबोलों के मुंह से विकास की नई कहानी
by Awanish P. N. Sharma 607 viewsबुन्देलखण्ड एक्प्रेसवे निर्माण के इस रिकॉर्ड समय की लक्ष्य प्राप्ति के लिए निर्माण प्रकल्प यूपीडा और उसके मुखिया “मेट्रो मैन” की तर्ज़ पर “एक्प्रेसवे मैन” कहलाने के योग्य हैं। रामचरित मानस के रचियता गोस्वामी तुलसीदास का मन जब व्याकुल…
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अवनीश पी ऍन शर्माजाति धर्मनया
पूर्वोत्तर के जनजातीय पारंपरिक रिचुअल्स
by Awanish P. N. Sharma 220 viewsमैं यहाँ पूर्वोत्तर के जनजातीय पारंपरिक रिचुअल्स के बारे में अक्सर लिखती रहती हूँ | सभी जनजातिवालों की पारंपरिक पूजा पद्धति में चाहे चीज़ें थोड़ी-बहुत अलग हों पर बलि सभी लोग देते हैं | कोई मुर्गे की,कोई बकरे की,कोई सांड…
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राजनीतिअवनीश पी ऍन शर्मामुद्दासामाजिक
यूनान के ग्रीस हो जाने की तर्ज पर श्रीलंका का श्री-हीन होना
by Awanish P. N. Sharma 249 viewsआज वामपंथी चीन के आशीर्वाद से श्रीलंका को दिवालिया होते हुए देख रहे हैं हम।… साल 2015 में इसी तरह ग्रीस दिवालिया हुआ था। ग्रीस और श्रीलंका के दिवालिया होने की वजहें वैचारिक स्तर पर मोटे तौर पर एक जैसी…
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राजनीतिअवनीश पी ऍन शर्मा
क्या नूपुर शर्मा मामले में सुप्रीम कोर्ट का गलत फैसला है ?
by Awanish P. N. Sharma 246 viewsकानून की किताब पढ़ कर फैसले लिखने वाले बड़े मीलार्ड किताब में लिखा सच बोल कर सुना देने को आग लगाना कहते हैं! हुजूर फिर कानूनी किताबें पढ़ कर आप क्या करते हैं! देश के सर्वोच्च आर्डर-आर्डर हैं आप… साफ…
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अवनीश पी ऍन शर्मानयाराजनीतिविदेश
पाकिस्तान मूल के ख्यात लेखक तारेक फ़तेह और उनकी बेबाकी
by Awanish P. N. Sharma 253 viewsपाकिस्तान मूल के कनाडाई पत्रकार और प्रख्यात लेखक तारेक फ़तेह अपनी बेबाकी के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते है. पाकिस्तान की गलत नीतियों और आतंकवाद के खिलाफ वह खुल कर बोलते है. खुद को हिंदुस्तानी बताने वाले तारेक फतह…
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ट्रेन जलाने वालों, सड़कों पर हिंसा करने वालों और पत्थर चलाने वालों में कोई फर्क नहीं करना चाहिए। दोनों ही मानसिकताएं दंगाई हैं। लगें संगीन धाराएँ, एक-एक की पहचान हो और मुकदमें मजबूत करके चले बुलडोजर। हो राष्ट्रीय संपत्ति के…
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ट्रेन जलाने वालों, सड़कों पर हिंसा करने वालों और पत्थर चलाने वालों में कोई फर्क नहीं करना चाहिए। दोनों ही मानसिकताएं दंगाई हैं। लगें संगीन धाराएँ, एक-एक की पहचान हो और मुकदमें मजबूत करके चले बुलडोजर। हो राष्ट्रीय संपत्ति के…
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अवनीश पी ऍन शर्माजाति धर्ममुद्दासामाजिक
आखिर उस मुकाम तक लाये गए न !
by Awanish P. N. Sharma 241 viewsआखिर उस मुकाम तक लाये गए न! जब देश और दुनिया किताबों में दर्ज 6 और 9 खोजे! ये खोज-खबर बदस्तूर ही नहीं अब और रफ़्तार से जारी रहेगी क्योंकि पर्देदारी के आप शौकीन… तो देश-समाज अब हर पर्दे को…