जो कहा, वही हुआ… क्योंकि मैं लुटियन दिल्ली के मीडियाई दलालों, युट्यूबर वामपंथी/कांग्रेसी चमचों की तरह एजेंडा चला कर लोगों की आंखों में धूल नहीं झोंक रहा था। बल्कि जमीन पर दिख रहे सच को पढ़ रहा था, उसे बता रहा था।
उप्र विधानसभा चुनाव के परिणाम के संदर्भ में तीन महीने पहले, 1 दिसंबर को मैंने कहा था कि भाजपा को 270 से 280 के मध्य सीटें मिलने का अनुमान है। अगले तीन महीने यह तय करेंगे कि भाजपा 300 सीटों के आंकड़ें को पार करेगी या नहीं, लेकिन उसकी सीटें 270 से घटकर 269 नहीं होंगी।
उन 3 महीनों के दौरान लुटियन न्यूजचैनलों, वामपंथी यूट्यूबरों तथा राष्ट्रवाद का कंबल ओढ़कर “पेड न्यूज” का घी भरपेट लील रहे तथाकथित न्यूजचैनलों के झूठे विश्लेषणों, फर्जी सर्वेक्षणों, आधारहीन आकलनों की प्रचंड आंधी भी मुझे मेरे निष्कर्ष से डिगा नहीं सकी। 10 मार्च को चुनाव परिणाम शत प्रतिशत मेरे निष्कर्ष के अनुरूप ही रहा। भाजपा को 273 सीटों पर जीत मिली।
उल्लेख कर दूं कि भाजपा समर्थक दिग्गज यूट्यूबरों के सहमे हुए अनुमान आंकलन भी भाजपा की विजय यात्रा को 215 से 235 सीटों के दायरे से आगे नहीं बढ़ा रहे थे। हर चरण में सबके वीडियो मौजूद हैं। केवल एक दो अपवाद अवश्य हैं, लेकिन वो भी 1 दिसंबर के बहुत बाद के हैं।