अमेरिका एक वंडरलैंड है और इस में अनेको मजेदार कहानी किस्से है।
एक किस्सा है माइकल मल्लोय का जो एक आयरिश आदमी था न्यू यॉर्क का वाशिंदा १९३० के दशक में। माइकल मल्लोय एक बेवड़ा दारुबाज आदमी था जो पी कर हर समय टुन्न रहता था। टोनी मारिनो एक लोकल बार का मालिक था जहां माइकल मल्लोय हमेशा अपना गला तर करना आता था। मल्लोय पीकर बड़बड़ाता रहता – बीमार , बूढ़ा और थका हुआ। टोनी और उसके दो साथी उसे देख कर हमेशा सोचते ये कब मरेगा।
टोनी एक बदमाश आदमी था जिसने पिछले साल एक औरत से दोस्ती करी और उसे झांसे में लेकर उसकी दो हज़ार डॉलर की इन्शुरन्स करवाई थी और खुद को बेनेफिशरी बना लिया था। उसके बाद टोनी ने उसे डट कर शराब पिलाई ,जब वो स्त्री पी कर टुन्न हो गयी तब टोनी ने उसे न्यू यॉर्क की सर्द ठंडी रातो में एक गीले गद्दे पर खुली खिड़की पर पटक दिया और ऊपर से बर्फीला पानी डाल दिया। सुबह तक वो स्त्री चल बसी और टोनी आराम से दो हज़ार डॉलर लेके चलता बना । टोनी के मुँह मुफ्तखोरी का खून लग चूका था।
खैर वापस माइकल मल्लोय की कहानी पर। टोनी ने अपने दो दोस्तों से कहा – ये बुढऊ बेवड़ा उसकी बार में बहुत शराब पी चूका है और उसका उधार बाकी है। दोस्तों ने कहा – उस पर भी इन्शुरन्स वाला गेम खेलते है। तीनो ने माइकल मल्लोय को झांसे में लिया और कहा- टोनी को चुनाव लड़ने के लिए मल्लोय के कुछ हस्ताक्षर चाहिए और बदले में वो रोजाना मुफ्त में शराब डकोस सकता है। अँधा क्या चाहे – दो आँखे। माइकल मल्लोय ने ख़ुशी ख़ुशी उन कागजो पर साइन कर दिए जो हकीकत में कुछ कंपनी के इन्शुरन्स पेपर थे । टोनी और गैंग को हर महीने इन्शुरन्स की किश्त चुकानी थी जब तक मल्लोय खुदा को प्यारा ना हो जावे।
अब खेल शुरू हुआ – रोजाना तीनो मल्लोय को खूब शराब पिलाते और दुआ करते ये बुढऊ टपक जाए लेकिन मल्लोय एक भस्मासुर की तरह रोज सुबह आ टपकता और फिर पीना चालु। टोनी और गैंग को दो तरफ़ा नुक्सान – इन्शुरन्स की किश्त भरो और मल्लोय की शराब का खर्चा। तीनो ने एक और प्लान सोचा – अब वो मल्लोय को वुड अल्कोहल पिलाने लगे लेकिन मल्लोय उसे भी आराम से पचा गया। रोजाना सुबह आ जाता – कहता गला सूख रहा है दोस्तों ; तर करो।
टोनी एंड गैंग ने अब मल्लोय को कच्चे ओएस्टर और सड़ी मछलिया भी खिलाने लगे लेकिन भाई मल्लोय तो बकासुर के वंशज निकले – सब हॅसते हॅसते हजम कर गए। उसे कील और टूटे पीसे कांच से भरे सैंडविच भी खिलाये लेकिन मल्लोय का पेट अँधा कुया था : सब कुछ उसमे समा रहा था। टोनी ने पुरानी ट्रिक आजमाई और उसे पिलाकर ठन्डे पानी से स्नान करा कर खुली खिड़की के नजदीक डाल दिया। लेकिन मल्लोय को एक आध छींके आयी जिसे उसने अगले दिन और ज्यादा शराब पीकर सही कर लिया।
अब टोनी और गैंग का सब्र का बांध टूट रहा था – कई महीनो से वो किश्त भरे जा रहे थे और मल्लोय उनकी शराब वुड अल्कोहल आदि लपेटे जा रहा था। उन्होंने एक टैक्सी वाले को डेढ़ सौ डॉलर दिए और कहा – जब ये टुन्न हो जाएगा हम इसे सड़क पर डाल देंगे , तू इस पर अपनी टैक्सी चढ़ा देना। टोनी ने ऐसा ही किया लेकिन जब टैक्सी नजदीक आयी मल्लोय लचीले गुड्डे की तरह उछाल मार कर फुटपाथ पर आ गया। तीन चार बार वो बचा लेकिन अंतिम बार टैक्सी ने उसे टक्कर मार ही दी । टोनी एंड गैंग अब बहुत खुश – चलो जी , काँटा निकला।
लेकिन अगले दिन मल्लोय अपने पूरे शरीर पर पट्टी लपेटे फिर मुफ्त की शराब गटकने टोनी की बार जा पंहुचा। उसे पिछले दिनों की कोई स्मृति शेष ही ना थी। अब टोनी ने मामला आर पार करना का फैसला किया – मल्लोय को टुन्न करके उसे एक कमरे ले कर गए और उसके गले में गैस पाइप लगा कर आखिरकार उसे मार डाला। पोस्ट मोर्टेम करने वाले डॉक्टर को रिश्वत देके मौत का कारण निमोनिया लिखवा दिया।
पहली इन्शुरन्स कंपनी से तो ८०० डॉलर आराम से मिल गए लेकिन दूसरी कंपनी ने पहले डेड बॉडी देखनी की डिमांड रखी। तब टोनी ने आनाकानी करी तो पुलिस मामले में आयी और पूरी केस की परत खुली। अंत में टोनी और बाकी तीन साथियो पर मुक़दमा चला और उन सब को मौत की सजा मिली।
अंत में – माइकल मलॉय के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। उसके परिवार के बारे में कुछ भी नहीं पता है, उनकी मृत्यु के समय उनकी सही उम्र ज्ञात नहीं है, और वह न्यूयॉर्क में एक और गुमनाम शराबी ही होता अगर यह उसके खिलाफ एक हत्या की साजिश और इसे जीवित रहने की उनकी विचित्र क्षमता के लिए नहीं होता। उसके बारे में इतना ही पता है कि वह एक फायरमैन हुआ करता था, वह शराब का बहुत शौकीन था, और उसने अपना उपनाम ‘आयरन माइक’ अर्जित किया था।