हर गाड़ी का अपना कैरेक्टर होता है. गाड़ियां अपना कैरेक्टर अपने ड्राइवर पर रिफ्लेक्ट करती हैं. आप होंडा या टोयोटा चलाते हैं तो आप नॉर्मल सभ्य परिवार वाले लोग हैं… आप बिना बात किसी को ओवरटेक नहीं करेंगे, रोड रेज…
राजीव मिश्रा
-
-
जाति धर्मपरम्पराएमुद्दाराजीव मिश्रासामाजिक
क्रिसमस पर पगलाते हिन्दू
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 179 viewsक्रिसमस पर पगलाते हिंदुओं को देखकर मुझे बस वैसा ही फील होता है, जैसा कि एक समय स्कूल से भाग कर मिथुन की फिल्म देखने जाते लड़कों को होता था. जब खुद नहीं जाते थे तब तो नहीं ही समझ…
-
खेल खिलाडीभारत निर्माणराजीव मिश्रालेखक के विचारसामाजिक
फुटबॉल में दो अलग अलग पुरस्कार
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 143 viewsवर्ल्ड कप फुटबॉल में दो अलग अलग पुरस्कार दिए जाते हैं… गोल्डन बूट, और गोल्डन बॉल. गोल्डन बूट सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी को मिलता है, जबकि गोल्डन बॉल सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को. इतना सा अंतर अगर हमारा समाज आत्मसात…
-
अपराधजाति धर्ममुद्दाराजीव मिश्रासामाजिक
समाज में जाती वाद का अंत ?
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 176 viewsअधिसंख्य समाज जो इस जन्मना ऊंच नीच की अवधारणा को अस्वीकार करता है, वह इसका मुखर औपचारिक उद्घोष करे. हम फार्मली घोषित करें कि सभी हिन्दू समान हैं और भातृत्व की भावना से बंधे हैं. अपनी आर्थिक, भौतिक उपलब्धियों में…
-
राजनीतिजाति धर्ममुद्दाराजीव मिश्रासामाजिक
TheCivilisationalChallenge
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 202 viewsकिसी ने मुझसे प्रश्न पूछा था, वे कौन से पांच विन्दु हैं जो मेरे लिए हिन्दू राष्ट्र का आधारभूत तत्व होंगे? हिन्दू राष्ट्र से मेरी क्या अपेक्षाएं हैं. मेरे पांच में से दो नंबर तो पहले ही कट गए, मेरे…
-
सामाजिकराजीव मिश्रालेखक के विचारलेखकों की चुटकीसाहित्य लेख
#TheCivilisationalChallenge
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 141 viewsइतिहास की क्या सिविलाइजेशनल उपयोगिता है? हम अतीत से सीख कर भविष्य के लिए प्रेरणा प्राप्त कर सकते हैं, योजना बना सकते हैं, खतरों को भांप सकते हैं और उनके लिए तैयारी कर सकते हैं… ये सभी इतिहास के valid…
-
कम्युनिकेशन एक दो तरफा प्रक्रिया है. बच्चों से कम्युनिकेशन करते हुए उनकी बातें सुनें. जानें कि वे क्या जानते हैं, क्या नहीं जानते. उनकी क्या दुविधाएं हैं, क्या भ्रम हैं. उनको क्या मालूम है जो हमें नहीं मालूम. उनके लिए…
-
अपराधकहानियामुद्दाराजीव मिश्रासच्ची कहानियांसामाजिक
सिख-विरोधी दंगे 1984
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 213 viewsकुछ दिन पहले एक वीडियो देखा था उसमे एक सरदारजी बता रहे थे… वो 9 साल के थे जब उनका परिवार लाहौर से भागा था. दंगे हो रहे थे, दंगाई लोगों को मार रहे थे, और जवान लड़कियों और महिलाओं…
-
नयाअर्थव्यवस्थाराजनीतिराजीव मिश्राविदेशसामाजिक
AdultInfantilism – क्यों नाराज़ ऋषि सुनक से एक अंग्रेज महिला
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 182 viewsएक अंग्रेज महिला से आज फेसबुक पर लंबी नोकझोंक हुई. महिला ऋषि सुनक पर नाराज़ थीं, बड़ी शिकायत थी कि ऋषि सुनक के पास बहुत पैसे हैं और वह गरीबों का दुख दर्द नहीं समझता. मैंने कहा, ऋषि सुनक…
-
विदेशज्ञान विज्ञानराजीव मिश्रासामाजिकसाहित्य लेख
क्या इंग्लैंड की औद्योगिक क्रांति और समृद्धि भारत और उपनिवेशों को लूट कर ही आई
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 158 viewsयह एक आरामदेह भ्रांति है कि इंग्लैंड की औद्योगिक क्रांति और समृद्धि भारत और उपनिवेशों को लूट कर ही आई. कार्य कारण संबंध को निरपेक्ष होकर समझें. इंग्लैंड की औद्योगिक क्रांति वहां उपजे स्वतंत्र विचारों के उभार की क्रान्ति से…