आई नेभर नियु दैट दी मगरमच्छ ऑफ दी बेंती तालाब वाझ सो क्यूट ……इतना प्यारा, इतना सुंदर , इतना सभ्य सुशील मगरमच्छ …….. इकदम्मे मरिजादा परसोत्तम …….. 2 घंटा 10 मिनट के इंटरभियु में मेरा तो 5 – 6 बार…
हास्य व्यंग
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हवाई पट्टी के हवा सिंह दूसरे महायुद्ध के समय बनी यह हवाई पट्टी आठ लोगों की जान की इस क़दर दुश्मन हो जाएगी, यह उसे क्या, किसी भी को नहीं मालूम था। लग रहा था कि जान अब गई कि…
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लगभग एक महीना पहले 16 दिसंबर की शाम लुटियन अड्डों पर तब जमकर जश्न मना था, खूब ज़ाम छलके थे। जब भतीजे की चाचा से भेंट और गठबंधन की घोषणा हुई थी। तथाकथित सेक्युलर मीडिया के अड्डों पर ऐसा हुड़दंग…
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अजीत सिंहमुद्दाराजनीतिहास्य व्यंग
थोड़ा इस्पेलिंग मिष्टिक हो गिया बोलने में ……
by Ajit Singhby Ajit Singh 791 viewsथोड़ा इस्पेलिंग मिष्टिक हो गिया बोलने में …… इन फैक्ट शी वांटेड टू से that उन्होंने इस देस के लिये Gaan दी ……. Anand G Sharma राहुल जी ने इस देश को बचाया, इस देश के लिये काम किया, इस…
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जाति धर्मराजनीतिराजीव मिश्राहास्य व्यंग
इस्लाम में रिफार्म नज़र आ रहा है.
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 733 viewsएक मित्र ने यह मजेदार घटना सुनाई, इसे इसके सीमित संदर्भ में लें…यह अर्थ ना निकालें कि इस्लाम में रिफार्म नज़र आ रहा है. एक खान साहब हैं. सुबह सुबह ग्राउंड में टहलने और फिट रहने आते हैं. मोहल्ला…
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अजीत सिंहसामाजिकहास्य व्यंग
मनाली यात्रा और पर्यटकों का होमस्टे
by Ajit Singhby Ajit Singh 911 viewsहमारे इदर मनाली में हमारे Home Stay में एक Couple आया । दिल्ली से मनाली Car चला के आये । 14 घंटे की drive थी। कुल 7 दिन रुके । रोज़ाना सुबह 7 बजे ही निकल जाते दोनों । रात…
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पिछले साल की बात है । सितंबर 2020 की । किसी काम से नखलऊ गया था । एक दिन बड़ी जल्दी में कहीं जा रहा था , Auto पकड़ के । Auto रिक्शा मिसिर के घर के सामने से निकला…
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भीड़ में एक सज्जन एक्टिवा से जा रहे थे। उनके ठीक पीछे मेरी मोटरसाइकिल तथा मेरे दाहिनी तरफ एक टैम्पो। तभी राइट साइड की उप सड़क से एक युवती, मेरे और टैम्पों के बीच, धनुष से निकले बाण की तरह…
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कहानियारिवेश प्रताप सिंहलेखक के विचारहास्य व्यंग
मेरा मित्र और जाड़े का यह मौसम
by रिवेश प्रताप सिंह 762 viewsमेरे एक मित्र की माता जी, मुझसे अपने पुत्र, मतलब मेरे मित्र की उलाहना दे रहीं थीं कि “यह नबाब साहब सुबह बिस्तर से उठते नहीं। यहां तक कि इनके लिए बिस्तर तक मुझे पानी लेकर आना पड़ता है।” मैंने…
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अखिलेश भैय्या की जेब में बोतल क्या दिखी, लोग मज़े लेने लग गए. वैसे यह कोई भी बोतल हो सकती है. बड़े लोग बड़ी बातें. एक बार एक वरिष्ठ पूजनीय गुरु जी के स्वागत में मुझे लगाया गया. उनके साथ…