Home विषयकहानिया अखिलेश भैय्या की जेब में बोतल

अखिलेश भैय्या की जेब में बोतल

by Nitin Tripathi
781 views
अखिलेश भैय्या की जेब में बोतल क्या दिखी, लोग मज़े लेने लग गए.
वैसे यह कोई भी बोतल हो सकती है. बड़े लोग बड़ी बातें. एक बार एक वरिष्ठ पूजनीय गुरु जी के स्वागत में मुझे लगाया गया. उनके साथ एक असिस्टेंट एक काला ब्रीफ़ केस लेकर चल रहा था. गुरु जी प्रेस कांफ्रेंस में बैठे असिस्टेंट ने ब्रीफ़ केस खोल दो शानदार काँच की डब्बी निकाल सामने रख दीं. पूरा समय कौतूहल रहा सबमें कि इसमें है क्या. थोड़ी देर में गुरु जी ने खँखारा और एक डब्बी खोल उसमें कफ थूँक कर बंद कर दिया. असिस्टेंट ने तुरंत वह डब्बी हटा कर दूसरी रख दी. फ़िर गुरु जी के नाक भर आई उन्होंने एक डब्बी में नाक छिड़क दी, वह भी रिप्लेस कर दी गई.
वैसे ही अपने भैय्या जी कोई कमजोर थोड़े ही हैं. भैय्या जी ने बोला था कि वह भाजपा वैक्सीन न लगवाएँगे तो हो सकता है वैसी ही क़सम खाई हो कि भाजपा सरकार द्वारा बने शौचालय में भी न जाएँगे. हो सकता है इसी लिए जेब में बोतल में पानी डाल चलते हों, कि मौक़ा पड़ने पर खेत में जा सकें.
या फिर इन दिनों तीन सौ करोड़ कैश वाला समाजवादी इत्र बहुत पोपुलर है तो हो सकता है उसी इत्र की बोतल हो.
वैसे जाड़े का समय है. पुरानी चोटें पीड़ा बहुत देती हैं. जोगी बाबा की सरकार में गुंडा गर्दी करने वालों पर लाठियाँ भी बहुत चली हैं. तो हो सकता है भैय्या जी अपने कार्यकर्ताओं के लिए तेल भर कर ले जा रहे हों इस बोतल में.
बाक़ी फ़िर एक सच यह भी है कि मोदी जी हैं तो ज़ालिम, पिछले चुनाव में नोट बंदी कर भैय्या जी की अरबों की सम्पत्ति शून्य करवा दी तो इस बार समाजवादी इत्र वाले जैन साहब पर छापा मार तीन सौ करोड़ नगद सीधे ज़ब्त करवा दिए. बड़ों बड़ों का हार्ट अटैक हो जाए, ग़म भुलाने के लिए चार पैग लगा लिए तो कोई गुनाह न किया. मुझे पीने का शौक़ नहीं पीता हूँ ग़म भुलाने को.

Related Articles

Leave a Comment