या तो हम धार्मिक,सांस्कारिक और चारित्रिक रूप से अपनी बच्चियों को सुदृढ सशक्त करें ताकि वह इल्ला मियों के विद्रूप सत्य और षड्यंत्र को समझ सकें या फिर यदि आपको लग रहा है आप इसमें अपेक्षित रूप से सफल नहीं…
रंजना सिंह
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ऐसा कोई नहीं जिसे कभी खुजली न हुई हो।आपने अवश्य ही लक्ष्य किया होगा कि खुजाते खुजाते चाहे चमड़ी छिल जाय,रक्त निकल आये,पर खुजली लग जाय तो उसे खुजाये बिना रह पाना, असम्भव हो जाता है।यानि कि खुजाने(स्वयं को क्षति…
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श्री हनुमान जी जब माता जानकी के सन्धान में लङ्का गए, घनघोर भोगी राक्षसों की नगरी में तुलसीचौरा तथा धार्मिक चिन्हों से युक्त पवित्र एकमात्र घर को देख आश्चर्य चकित हो गए।विभीषण से भेंट के उपरांत उन्हें ज्ञात हुआ कि…
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इतिहासईश्वर भक्तिऐतिहासिकजाति धर्ममुद्दारंजना सिंहलेखक के विचार
रावण का अपमान क्यों
by रंजना सिंहby रंजना सिंह 293 viewsबहुत्ते बड़का वेदपारंगत विदवान था रावण,,उससे थोड़ा कम बड़ा शिवभक्त और उससे थोड़ा कम बड़ा चरित्तरवान(काहेकि सीता मैया के अपहरण के बाद उनका बलात्कार न करके अशोक वाटिका में रखा था)…..अचानक से सनातनियों के हृदय में उसके लिए प्रेम सम्मान…
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ईश्वर भक्तिज्ञान विज्ञानरंजना सिंह
क्या हुआ श्रीकृष्ण की बहन का जिन्हे कंस ने मारने का प्रयास किया था
by रंजना सिंहby रंजना सिंह 429 viewsविगत कई वर्षों से घूम घूम कर कविता या आलेख रूप में सोशल मीडिया द्वारा हमतक पहुँच रहा हैं,जिसका आशय होता है कि समाज/सनातनी कितने निष्ठुर हैं कि एक बालक को बचाने के लिए एक निर्दोष बालिका की बलि दे…
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रंजना सिंहजाति धर्मज्ञान विज्ञानमुद्दा
हिन्दू सनातन धर्म में “सिर पर चोटी” रखने को इतना अधिक महत्व क्यों
by रंजना सिंहby रंजना सिंह 357 viewsआखिर…. हमारे हिन्दू सनातन धर्म में “”सर पर शिखा अथवा चोटी”” रखने को…. इतना अधिक महत्व क्यों दिया गया है…????? क्योंकि, हम में से लगभग हर लोग इस बात से अवगत हैं कि….. हमारे हिंदू सनातन धर्म में शिखा के…
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देश में इस वक्त वक्फ की 500,000 सम्पत्तियाँ हैं, जो 600,000 एकड़ में फैली हैं। भारतीय रेलवे और रक्षा विभाग के बाद भूमि का तीसरा सबसे बड़ा स्वामित्व वक्फ बोर्ड का है। और तो और मुकेश अंबानी के घर अंटालिया…
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सेकुलड़िता में सराबोर,जब हम अचेत और अज्ञानी थे, हमने खूब लुटाया इस भाँड़वुड पर पैसा, स्नेह सम्मान….परन्तु जब से चेतना आयी और इन हिन्दुद्रोहियों का षड्यंत्र, विद्रूप पाखण्ड दिखने लगा, हमनें स्वयं को ही वचन दिया कि अपने पापों का…
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अपराधइतिहासमुद्दारंजना सिंहराजनीति
जब दंगे होना आम बात होती थी
by रंजना सिंहby रंजना सिंह 204 viewsबात उन दिनों की है जब देशभर में छोटे बड़े दंगे होते रहना आम बात थी।चूँकि सत्ता उनके हाथों थी जिन्होंने धर्म के आधार पर देश विभाजन होने के बाद भी जबरदस्ती संविधान में “सेक्युलर” शब्द जोड़कर अपने दुलरूओं को…
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इतिहासईश्वर भक्तिऐतिहासिकसामाजिक
विद्वान और विद्यावान में अन्तर…
by रंजना सिंहby रंजना सिंह 386 viewsविद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर॥ एक होता है विद्वान और एक विद्यावान। दोनों प्रथमदृष्टया एक ही लगते हैं,परन्तु ऐसा है क्या?उदाहरण द्वारा इसे समझते हैं। रावण विद्वान है और हनुमान जी विद्यावान हैं। रावण के दस…