Home राजनीति कौटिल्य_का_कथन
आपको याद ही होगा कि कंधार कांड किसके लिए किया गया था?
एक मौलाना के लिए, मौलाना मसूद अजहर के लिए।
इस्लामिक आतंकवाद की जड़ में हैं, देवबंदियों, बरेलवी और तबलीगियों के मौलाना।
जब तक जड़ पर वार न करोगे, चाहे जितने पत्ते काट लो, विषवृक्ष पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
अगर परिणाम चाहिए तो जड़ों में मट्ठा डालना होगा।
अगर मौलाना मदनी की तशरीफ़ ढंग से लाल कर दी जाए या एक दो मौलाना का विकास दुबे हो जाये, बकरी की तरह सीधे हो जाएंगे।
लेकिन जितना मैंने मोदीजी का अध्ययन किया है, ये उनसे हो नहीं पायेगा क्योंकि वे constructive destruction तो कर सकते हैं destructive construction नहीं।
वे मन्दिरों का निर्माण करा देंगे,
तीर्थस्थलों पर सुविधाएं बढ़ा देंगे,
इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर देंगे,
भ्रष्टाचार पर रोक लगा देंगे,
सेनाओं का आधुनिकीकरण कर देंगे,
विदेशियों आक्रांताओं के विरुद्ध कठोर रहेंगे,
लेकिन,
जैसे ही भारत के अंदर कठोर कार्यवाही की बात आएगी,
चाहे वह सोनिया एन्ड कंपनी के विरुद्ध हो या ख़ालिस्तानियों के विरुद्ध हो या मुस्लिम कट्टरवाद के विरुद्ध हो,
वे न केवल पीछे हट जाएंगे बल्कि जो कर रहा होगा उसे भी बाधित करेंगे।
बीस साल तक उन्हें जो मानसिक यातना दी गई है उसके कारण इस बिन्दु पर वे सहम जाते हैं कि कहीं फिर आरोप न लगें और वे इतिहास में ऐसे शासक के रूप में न जाने जाएं जो शासन में समरूप नहीं था।
यह उनका वलनरेबल प्वाइंट है जिसे मुस्लिम, वामी और लिबरल्स ने पकड़ लिया है और निरंतर फायदा उठा रहे हैं।
जब मोदी जी सूफी सम्मेलन में जाते है, मुहम्मद को शांति का मसीहा बताते है,
खोजों के धर्मगुरुओं के साथ बगलगीर होते हैं,
तो यह उनकी उसी मानसिक दुर्बलता को प्रदर्शित करता है।
ऐसा व्यक्ति आक्रामक नहीं हो सकता।
चाणक्य के ऊपर एक उपन्यास पढ़ा था जिसमें एक श्रेष्ठि मगध द्वारा तक्षशिला पर आक्रमण की संभावना के बारे में पूछता है तो कौटिल्य बड़े आराम से द्राक्षारस पीते हुए कहते है-
“वणिक मानसिकता के सेनापति आक्रामक सेनाओं का नेतृत्व नहीं कर सकते।”
G20 की बैठक को सफलतापूर्वक आयोजित कराने के लिए न जाने कितने हिंदुओं की हत्याएं छाती पर पत्थर रखने को तैयार होना है अभी?
हमारा कार्य:- मोदी जी को अपने लक्ष्य प्राप्त करने देने का अवसर देना और नए सेनापति का इंतजार इसलिये मोदीजी का विरोध करके अपनी ही डाल को मत काटिये। जब तक योगी या हेमंत विस्वा नहीं आ जाते, तब तक आप अपनी तैयारी कीजिये। शरीर व मन दोंनों को मजबूत बनाइये।

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