आज पूरे देश भर में जुमे की नमाज़ के पश्चात पत्थर बाज़ी हुई. उत्तर प्रदेश में भी प्रयाग राज में तो पुलिस कर्मियों तक को चोट आई.
उत्तर प्रदेश में हो रही यह घटनाएँ चैलेंज हैं योगी जी के लिए. सोसल मीडिया में फैली धारणा कि योगी जी को जनता उग्र हिंदू वाद की वजह से पसंद करती है के विपरीत ज़मीन पर योगी जी को लोग पसंद कट्टर हिंदुत्व की वजह से कम इस वजह से ज़्यादा करते हैं कि योगी जी के राज में ज़मीन पर शांति है. सबको पता है ये मज्जब इन्हें पत्थर फेंकना, बम फेंकना, गोली बारी करना सिखाता है, योगी जी ने इनकी नाक में नकेल डाल पाँच वर्षों तक प्रदेश में शांति व्यवस्था क़ायम रखी.
उत्तर प्रदेश में हुई ये सारी घटनाएँ योगी जी के तगड़े प्रशासक छवि पर धब्बा लगाने की कोशिश है. क़ानून का राज क़ायम रहना चाहिए, राज दंड का भय क़ायम रहना चाहिए. प्रदेश में हो रही ये सब घटनाएँ कहीं न कहीं इंटेलिजेंस फ़ेल्योर भी दिखा रही हैं. दोषियों पर सख़्त से सख़्त कार्यवाही हो. इंटेलिजेंस फ़ेल्योर में जिन अफ़सरों से चूक हुई, उन पर यथोचित कार्यवाही हो और दहशत गर्त शांतिदूतों पर बुल डोजर चले.
शांतिदूत केवल राजदंड से डरते हैं और राजदंड का इक़बाल बुलंद रहना चाहिए.