श्री राहुल बजाज, उद्योगपति, का निधन। भगवान उन्हें मोक्ष दे। ॐ शांति।
बजाज जी नेहरु इंदिरा गांधी द्वारा आरम्भ लाइसेन्स पर्मिट राज के सबसे बड़े प्रतीक भी थे, व सबसे बड़े लाभार्थी भी। उनके स्कूटर पर पाँच छह साल की वेटिंग लिस्ट थी। हाँ, ब्लैक में तुरंत उपलब्ध था। अतःउन्हें न गुणवत्ता की चिंता थी, न मार्केटिंग की, न इन्नोवेशन की। बस नेताओ को साधकर ये ensure करना था कि कोई कम्पेटिटर न आ पाए।
वो तो 1991 में मुआ देश ही दिवालिया हो गया, उसी समाजवाद के कारण, जिसके राहुल बजाज जी लाभार्थी थे। IMF ने कहा कि क़र्ज़ा दे देंगे, उद्योग लायसेन्सिंग समाप्त करो। दिवालिया सरकार ने विवशता में कर दी।
परिणामत आज भारत के कदाचित हर घर में स्कूटर/मोटरसाइकल है।
लेकिन बजाज जी अपने उन लाइसेन्स वाले अच्छे दिनो को कभी नहीं भूल पाए। जीवनप्रयंत कांग्रेस को वापिस लाने के प्रयास करते रहे।