तो रोडेशिया ने जब अपना नाम ज़िम्बाब्वे रख लिया, 1980 में, वह गड़े मुर्दे उखाड़ रहा था।अच्छा खासा नाम अंग्रेजों ने दे दिया था, जाने क्या ये सांस्कृतिक विरासत की रट इसे लग गई? और तो और, यह अपने विजेताओं…
इतिहास
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मधुलिका यादव शचीइतिहासप्रेरणादायकसाहित्य लेख
लोग जानना नहीं चाहते बल्कि जीतना चाहते हैं
by मधुलिका यादव शची 138 viewsलोग जानना नहीं चाहते बल्कि जीतना चाहते हैं… .उन्हें यदि पता भी है कि वो गलत रास्ते पर हैं तब भी वो जीतने के लिए तर्क करते हैं, जिद को तर्क कहने लगते हैं । यही कारण है कि मनुष्य…
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अमित सिंघलइतिहासमुद्दासाहित्य लेख
कम्युनिस्ट तानाशाह निकोलाइ चाउसेस्क्यू
by अमित सिंघलby अमित सिंघल 144 viewsकम्युनिस्ट तानाशाह निकोलाइ चाउसेस्क्यू सन 1965 से यूरोप में के देश में रोमानिया में शासन किया। 1989 में पोलैंड, पूर्वी जर्मनी (उस समय यह एक अलग देश था), हंगरी, बुल्गारिया, चेकोस्लोवाकिया में क्रांति का दौर था और कम्युनिस्टो को जनता…
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इतिहासईश्वर भक्तिप्रेरणादायकसाहित्य लेखसुमंत विद्वन्स
वाल्मीकि रामायण युद्धकाण्ड भाग 119
by सुमंत विद्वन्स 166 viewsराजसभा में आकर रावण अपने सिंहासन पर बैठ गया। वह पुत्रशोक में अत्यंत दुःखी एवं दीन दिखाई दे रहा था। अपनी सेना के प्रमुख योद्धाओं से उसने हाथ जोड़कर कहा, “वीरों! तुम लोग समस्त हाथी, घोड़े, रथ एवं पैदल सैनिकों…
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इतिहासईश्वर भक्तिपुस्तक (कहानी श्रृंखलाबद्ध)प्रेरणादायकसाहित्य लेखसुमंत विद्वन्स
वाल्मीकि रामायण युद्धकाण्ड भाग-118
by सुमंत विद्वन्स 169 viewsलंका पहुँचकर इन्द्रजीत ने एक स्वर्णभूषित रथ को सजवाया और उस पर प्रास, खड्ग, बाण आदि सामग्री रखवाकर घोड़े जुतवाए। फिर एक कुशल सारथी को लेकर वह पुनः नगर से बाहर निकला और उसने विभीषण एवं लक्ष्मण पर फिर आक्रमण…
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राजनीतिइतिहासरंजय त्रिपाठीलेखक के विचारसामाजिक
ताकि सनद रहे …. इतिहास के पन्नों से …
by रंजय त्रिपाठी 211 viewsकेरल के एक वकील नेता थे जो Communist पार्टी के टिकट पर ३ बार विधायक चुने गये थे .. 1965 तक वो विधायक रहे … फिर 1968 में कम्युनिस्ट पार्टी ने कांग्रेस के सिफारिश से उनको केरल उच्च न्यायालय का…
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नयाइतिहासऐतिहासिकदेवेन्द्र सिकरवारसच्ची कहानियांसामाजिक
शक_कुषाण_हूण V/S #अरब_तुर्क_मुगल_ब्रिटिश
by देवेन्द्र सिकरवार 173 viewsनसीरुद्दीन शाह कुछ नया नहीं कह रहे। वे ब्रिटिश उपनिवेशवादी इतिहासकारों व वामपंथी इतिहासकारों के ही एक पुराने तर्क को दुहरा रहे हैं। प्रायः काई वामपंथी इतिहासकार व बुद्धिजीवी अरब, तुर्क व मुगल आक्रमणों को यह कहकर डाइल्यूट करते रहे…
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नयाइतिहासऐतिहासिकज्ञान विज्ञानदेवेन्द्र सिकरवारशिक्षासामाजिकसाहित्य लेख
भारत की सैन्य परंपरा
by देवेन्द्र सिकरवार 128 viewsभारत पर सायरस अर्थात कुरुष महान के आक्रमण से लेकर ब्रिटिश आक्रमणों तक मुझे तीन सैनिक कमजोरियों के दर्शन प्रायः होते रहे हैं। 1)भारतीय रणनीतिकार संख्या को ज्यादा महत्व देने लगे थे, अनुशासन व स्किल को कम। 2)भारतीय सैन्य विशेषज्ञों…
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इतिहासऐतिहासिकदेवेन्द्र सिकरवारप्रेरणादायकसच्ची कहानियांसाहित्य लेख
राजपूतों द्वारा अफीम लेने के कारण
by देवेन्द्र सिकरवार 244 views1-यह परंपरा सिर्फ राजपूतों में थी। 2-यह परंपरा मौत के डर की वजह से थी। सबसे पहली बात यह है कि यह परंपरा बहुत पुरानी है। -महाभारत में उल्लेख है कि भीम ने जयद्रथ वध वाले दिन अर्जुन की सहायता…
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भारत निर्माणअमित सिंघलइतिहासप्रेरणादायकसामाजिक
लिथियम का द्वितीय सबसे विशाल भंडार भारत में : लिथियम का प्रयोग
by अमित सिंघलby अमित सिंघल 136 viewsलिथियम खनिज का प्रयोग सेल फ़ोन एवं इलेक्ट्रिक कार की बैटरी बनाने में होता है। इसके अलावा लिथियम का प्रयोग कई अन्य आधुनिक एवं महत्वपूर्ण उद्यमों एवं उत्पाद के लिए होता है। माना जाता है कि अगर सभी पेट्रोल-डीजल कारो…