क्या अरब और कतर के डर से थर थर कांप रही है देश की सरकार और हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के इकलौते ठेकेदार…?
यह सवाल देश आज पूछ रहा है क्योंकि आईटी सेल के गुलाम और दल के दलाल दो दिनों से देश को यही समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
ऐसा कर के यह दलाल देश के मान सम्मान स्वाभिमान को गम्भीर आघात पहुंचा रहे हैं।
नूपुर शर्मा के निलंबन के द्वारा कट्टरपंथी दंगाइयों जिहादियों के आतंक और तांडव का खुला समर्थन करने, उनके हौसले बुलंद करने की भाजपाई करतूत पर पर्दा डालने के लिए आईटी सेल के गुलाम और दल के दलाल सक्रिय हो गए हैं।
पार्टी से नूपुर शर्मा के निलंबन और नवीन कुमार की बर्खास्तगी का कारण अरब देशों के दबाव को बता कर ये गुलाम और दलाल अब देवाधिदेव महादेव के भक्त, 100 करोड़ हिन्दूओं के साहस और शक्ति, उनके मान सम्मान स्वाभिमान, उनकी आस्था श्रद्धा को आहत अपमानित करने का एक और दुष्कृत्य कर रहे हैं।
नूपुर शर्मा के विरुद्ध भाजपाई कार्रवाई का सीधा अर्थ है कि देवाधिदेव महादेव का अपमान करने वाले जिहादियों दंगाइयों को जवाब देने का अधिकार और साहस क्या हिन्दूओं के पास नहीं है। क्या इस देश की सरकार में नहीं है, क्या इस देश के प्रधानमंत्री में भी नहीं हैं.?
भाजपा ने नूपुर शर्मा के विरुद्ध कार्रवाई का सीधा संदेश तो यही है कि अपने आराध्य भगवान राम और देवाधिदेव महादेव के अपमान का कड़वा घूंट 100 करोड़ हिन्दूओं को पीना ही होगा ताकि कतर और अरब में बैठे, दंगाइयों जिहादियों के आका खुश हो जाएं।
देवाधिदेव महादेव के अपमान का उत्तर देने का अधिकार 100 करोड़ हिन्दूओं को क्यों नहीं है, और अगर कोई मुंहतोड़ जवाब देगा तो उस जवाब देने वाले के विरूद्ध भाजपा कठोर कार्रवाई क्यों और किस को खुश करने के लिए करेगी, लेकिन महादेव का अपमान करने वाले दंगाइयों जिहादियों के खिलाफ उसी तरह चुप्पी साधे रहेगी जिस तरह राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा से लेकर भाजपा कार्यालय का चपरासी तक भी जिहादियों दंगाइयों द्वारा सरेआम किए जा रहे देवाधिदेव महादेव के अपमान पर शातिर कायर चुप्पी साधे हैं।