Home विषयअपराध अल फादी : CIRA International
अल फादी नाम का एक एक्स मुस्लिम, CIRA International नाम का पोर्टल चलाता है। CIRA = सेंटर (फॉर) इस्लामिक रिसर्च (एण्ड) अवेयरनेस। इन अल फादी साहब का परिचय यही है कि वे सऊदी अरब के नागरिक रहे हैं, वहाबी विचारधारा के रहे हैं और आज इसाई हैं तथा अपने ज्ञान (जो वाकई बहुत है) का उपयोग, मुसलमानों से संवाद करने में कर रहे हैं। कहने को संवाद है, बाकी उनकी ही स्टाइल में उनको इसाई होने की दावत दे रहे हैं। जिस तरह कोई दाई (दावत देनेवाला) आप से कहता है कि आप को झूठे देवों के पूजा करना छोड़कर एक सच्चे परमेश्वर की गुलामी (इबादत का अर्थ गुलामी होता है, पूजा नहीं, यह जान लीजिए) करनी चाहिए, इसी तरह अल फादी, इस्लाम की मान्यताओं को इस्लामी ग्रंथों के ही ऐतिहासिक प्रमाणों के आधार पर असत्य बताता है।
वैसे इन लोगों की एक ऐतिहासिक खासियत है – जब बात को काट न सको तो बात करनेवाले को ही काट दो और उसे भी ईश्वरी आज्ञा बता दो। और आप को जानकर हैरानी होगी कि यह तथाकथित ईश्वरी आज्ञा, वही आधी बताई जाती आज्ञा के तुरंत बाद की है । “जिसने एक आदमी की हत्या की” यह बात जो उसी आज्ञा में लिखी असली t & c को छुपाकर बार बार बताई जाती है (५:३२) उसके तुरंत बाद की आज्ञा है बात करनेवाले को काटने की (५:३३) । कोई भी देख सकता है, नेट पर सब को उपलब्ध है।
इनके दावे को चुनौती देनेवाली बात करना “फ़ितना” कहा जाता है और फ़ितना के पंद्रह अलग अलग अर्थ मिलते हैं लेकिन निचोड़ ये है कि आस्था – विश्वास को कमजोर करनेवाली बात या प्रयास फ़ितना है। अस्तु, बात भटक रही है, फ़ितना पर विस्तार से बात अलग से करेंगे।
अल फादी और CIRA International पर लौटते हैं। कल अल फादी और डॉ जे स्मिथ की आठ एपीसोडस में की गई चर्चा को देख रहा था। सब एपिसोड की लिंक दे रहा हूँ। हर एपिसोड में अल फादी और डॉ जे स्मिथ मुसलमानों से कहते हैं कि लो जी हमने आप के फलां दावे का सच आप के सामने रख दिया है – और फिर वे ईसा को मानने की दावत देते हैं।
मेरे लिए दोनों भी कहीं से भी सच साबित नहीं होते क्योंकि दोनों एक गृहितक पर ही अपने अपने दावे करते हैं और इनका यह गृहितक कि पूरी सृष्टि को एक ही परमेश्वर ने बनाई और परमेश्वर चाहता है कि सारे मनुष्य उसकी गुलामी करे – जिसको ये मानते हैं – यह भी केवल इनकी मान्यता है, और मान्यता सत्य नहीं होती; चाहे कितने भी लोग उसमें मानते हों। गैलीलियो को चर्च ने उसके खुद को सिद्धांतों को झूठ कहने को कहा, जान बचाने के लिए गैलीलियो ने कह भी दिया कि उसके सिद्धांत झूठ हैं, जो चर्च कहता था वही सत्य है। सच क्या, झूठ क्या, बाद में साबित हो ही गया। और तो और, Wright बंधुओं के पिता को लेकर एक कहानी फेमस है कि वे (पिता जी) एक इसाई धर्मोपदेशक थे और उन्होंने कहा था कि परमेश्वर ने सिर्फ पक्षियों को उड़ने की क्षमता दी है और जो मनुष्य ऐसा सोचे कि मनुष्य भी उड़ान भर सकता है वो ब्लैस्फमी कर रहा है। किस्से के अंत में कहा जाता है कि इस धर्मोपदेशक का नाम था Milton Wright और उनके दो सुपुत्र थे, जिनके नाम थे Oliver और Wilbur !
अस्तु, वापस अल फादी और डॉ जे स्मिथ पर लौटते हैं। बात खर्चे की है। इतना ज्ञान, उसके लिए प्रत्यक्ष घूमकर भी जानकारी और सबूत इकट्ठा करना – मुफ़्त में नहीं होता। इसाई यह खर्चा उठाते हैं। हरियल भी इस तरह का तथा मार काट करनेवालों के बचाव का खर्चा उठाते हैं।
दोनों का निवेश है जिसका खामियाजा उनको हम से वसूलना है, और हम; केवल इसको उसको गालियां देने के सिवा कर ही क्या रहे हैं ? फ्री में केवल मौत मिलती है और वो भी बहुत बुरी तरह।

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