इस चर्चा के अंत तक आते आते मुश्ताक मलिक नाम के एक व्यक्ति जो इस चर्चा का हिस्सा है, आरोप लगाते हैं कि हिन्दू पक्ष बोल रहा है कि शिवाजी प्रकट हुए। यही बात अयोध्या मामले में काही जा रही थी कि रामलला प्रकट हुए, लेकिन वे प्रकट नहीं हुए थे बल्कि मूर्ति लाकर रखी गई थी जो कानून का उल्लंघन – violation – था।
शक्ल सूरत से तो यह जनाब बाहरी नस्ल के नहीं लगते। यहीं के लगते हैं। यहाँ Dracula की कहानी याद आती है। कहानी में यह बाहरी पिशाच जिस भी अमेरिकन को डँसता है, वो व्यक्ति अपने ही भाईबंदों के खून का प्यासा बन जाता है।
वाकई इस दीन को देखता हूँ तो Dracula के स्पेलिंग में कुछ अक्षरों की कमी महसूस होती है।