अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान गई है. यह शुद्ध रूप से चीन को भड़काने वाली हरकत है, बिल्कुल वैसी जैसा कि यूक्रेन को नाटो की सदस्यता देने के नाम पर रूस के साथ किया था. रूस – यूक्रेन…
राजीव मिश्रा
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यहां एक बात की बहुत चर्चा होती है…और वह है रेसिज्म. अक्सर हर फोरम पर रेसिज्म पर दो चार बातें कह ही दी जाती हैं, और उसकी हां में हां मिलाना पोलाइट समझा जाता है. हर दो महीने में एनएचएस…
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सामाजिकखेल खिलाडीचलचित्रराजीव मिश्रा
1980 दशक के भारत में फुटबॉल
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 216 views1980 के दशक तक भारत में फुटबॉल और फुटबॉलर्स की ठीकठाक पूछ थी. तब मनोरंजन भट्टाचार्य, सुदीप चटर्जी और भास्कर गांगुली हाउसहोल्ड नाम हुआ करते थे. लोग बाग ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के मैच ईडन गार्डन में देखने छुट्टी…
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राजनीतिअर्थव्यवस्थाराजीव मिश्राविदेश
Basic Economics in England
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 230 viewsइंग्लैंड में प्रधानमंत्री पद की डिबेट में लिज ट्रस और ऋषि सुनक के बीच टैक्स को लेकर मतभेद सामने आया. चांसलर (वित्त मंत्री) रहते हुए ऋषि ने कॉरपोरेट टैक्स को 19% से बढ़ाकर 24% करने और NI टैक्स को 12%…
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राजनीतिराजीव मिश्राविदेशसामाजिक
ब्रिटेन में ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से भारतीय लोगो में भिन्न भिन्न प्रतिक्रिया
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 240 viewsऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं पर भारतीय समुदाय की बहुत मिश्रित प्रतिक्रिया है. किसी को एक भारतीय मूल के प्रधानमंत्री का गर्व है, और किसी को यह शंका है कि ऋषि भारतीय होते हुए भी भारत के हितों…
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राजनीतिखेल खिलाडीमुद्दाराजीव मिश्रासामाजिक
1996 के वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल… भारत बनाम श्रीलंका : ऋषि सौनक का प्रधानमंत्री
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 318 viewsपहले ही ओवर में तूफानी जयसूर्या और कालुवितर्ण के आउट होने के बाद हम बहुत ही उत्साहित थे लेकिन अरविंद डिसिल्वा और रणतुंगा ने पारी को संभाला और 252 का टारगेट दिया जो उन दिनों में अच्छा स्कोर गिना जाता…
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अक्सर कोई परिवर्तन की आवश्यकता के पक्ष में बोलता है तो लोग उसे वामपन्थी बोलते हैं. वामियों की सबसे बड़ी सफलता यह रही है कि वे अपने आपको परिवर्तनशील, प्रोग्रेसिव और उदारवादी घोषित किये हुए हैं और हम सब अनजाने…
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अपराधजाति धर्ममुद्दाराजनीतिराजीव मिश्रा
पसमांदा? सचमुच? क्या यही हल है मोदी जी
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 204 viewsनूपुर की हत्या की धमकियां, कन्हैया की हत्या, देश भर में आतंकियों द्वारा हत्याएं और हत्याओं की धमकियां और हिंदुओं के जेनोसाइड की स्थिति, और सबका इलाज आपने यह ढूंढा कि पसमांदा मुसलमान को आगे किया जाए.. क्या पसमांदा…
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2019 के चुनावों के समय हम लोग एक प्रचार गाड़ी लेकर जमशेदपुर में हर चौक चौराहे पर चुनावी सभाएं करते थे. जब हम मानगो चौक पर पहुंचे तो हमारे साथ भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के एक पदाधिकारी आए और उन्होंने एक…
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राजनीतिअपराधमुद्दाराजीव मिश्रा
कन्हैयालाल जी कोई अकेले तो नहीं हैं. कितने कन्हैयालाल हुए…गिनती खो गई, नाम भुला दिए गए.
by राजीव मिश्राby राजीव मिश्रा 212 viewsकन्हैयालाल जी कोई अकेले तो नहीं हैं. कितने कन्हैयालाल हुए…गिनती खो गई, नाम भुला दिए गए. और हुजूर की तौहीन तो सिर्फ एक बहाना है. एक चंदन गुप्ता थे जिन्होंने सिर्फ गणतंत्र दिवस पर तिरंगा उठाया था. एक डॉ नारंग…