फैशन के नाम पर ऊटपटांगत्व और नंगई हमारे समय का एक स्वीकृत तथ्य बन चुका है। बहुत लोग केवल एक ही तरफ की नंगई देखते हैं। स्त्रियों की। पुरुषों की या तो वे देख नहीं रहे या देखने के बावजूद…
इष्ट देव सांकृत्यायन
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घर बड़ी मुश्किल से बनते हैं। चाहे भले बिल्कुल अवैध बने हों, केवल बंदूक के दम पर… पर इन्हें नहीं तोड़ा जाना चाहिए। सिर बड़ी आसानी से बनते हैं। जहाँ चाहें, जिसका चाहें… पत्थर मारकर तोड़ देना चाहिए। देश बड़ी…
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अपराधइष्ट देव सांकृत्यायनजाति धर्म
ये मुस्लिम है जनाब यूँ ही संतोष नहीं करेंगे
by Isht Deo Sankrityaayan 351 viewsआप ऐसा क्यों सोचते हैं कि जिन्होंने 70 साल से अधिक समय तक 370 की मलाई काटी है, वे एक झटके में संतोष कर लेंगे! संतोष-फंतोष कृती लोगों के लफड़े हैं। उन मूढ़ों के जो पहले तो करना सीखने में…
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शिक्षाइष्ट देव सांकृत्यायनजाति धर्मज्ञान विज्ञानसामाजिक
बुद्धहीन अध्यापक अब तय करेंगे आपके बच्चो का भविष्य
by Isht Deo Sankrityaayan 410 viewsऐसे ही नाली के कीड़े आपके बच्चों को पढ़ा रहे हैं और आप दोष देते हैं अपने बच्चों को कि उनमें संस्कार नहीं है। उंस पर तुर्रा ये कि इतिहास पढ़ा रहे हैं। ठहरिए और सोचिए। सोचिए यह कि वाया…
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ईश्वर भक्तिइष्ट देव सांकृत्यायन
काशी विश्वनाथ के ज्ञानवापी | प्रारब्ध
by Isht Deo Sankrityaayan 358 viewsकाशी विश्वनाथ स्थित ज्ञानवापी के बारे में विशुद्ध झूठ पट्टाभि सीतारमैया ने फैलाया था, अपनी किताब Feathers and Stones के माध्यम से। ये वही सीतारमैया हैं जो कांग्रेस अधिवेशन में हुए संगठन चुनाव में महात्मा गांधी के प्रबल समर्थन और…
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अपराधइष्ट देव सांकृत्यायनजाति धर्म
आशरीन-नागराजू की कहानी | प्रारब्ध
by Isht Deo Sankrityaayan 296 viewsसोशल मीडिया पर आशरीन-नागराजू पर कोई चर्चा कहीं नजर नहीं आ रही। क्यों? क्योंकि यह घटना दक्षिण में घटी? दलित-मुस्लिम गठजोड़ के कशीदे भारत की राजनीति में बहुत गढ़े जाते हैं। पिछले दिनों तो बाबा साहेब के एक पोते भी…
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इष्ट देव सांकृत्यायनकहानियासाहित्य लेख
उस्ताद आदिल खां और वृंदावन लाल वर्मा
by Isht Deo Sankrityaayan 446 viewsउस्ताद आदिल खां और वृंदावन लाल वर्मा 1954-55 की बात है। मूर्धन्य इतिहासकार और साहित्यकार वृन्दावनलाल वर्मा दतिया पीतांबरा पीठ के स्वामी जी के शरणागत हो चुके थे। उस समय भारत के चोटी के गवैयौ मे से एक उस्ताद आदिल…
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इष्ट देव सांकृत्यायनराजनीति
कुछ लोग श्री राहुल जी के वक्तव्य “देश ने मुझे हिंसा के साथ मारा -पीटा” का अर्थ समझ नहीं पा रहे
by Isht Deo Sankrityaayan 340 viewsकुछ लोग श्री राहुल जी के वक्तव्य – “देश ने मुझे हिंसा के साथ मारा -पीटा” का अर्थ समझ नहीं पा रहे। इसे समझने के लिए आपको इतिहास में जाना होगा। आपको पता ही है श्री राहुल गांधी…
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1997 में मानव शरीर में सुअर के दिल का प्रत्यारोपण करने वाले डॉ. धनीराम बरुआ को नहीं, भारत में वैज्ञानिक प्रतिभाओं के विकास को गिरफ्तार किया गया था। यह केवल डॉ. बरुआ के साथ ही नहीं हुआ, नई दिल्ली में…
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अर्थव्यवस्थाइष्ट देव सांकृत्यायनभारत निर्माणमुद्दाहास्य व्यंग
चमड़े का सिक्का
by Isht Deo Sankrityaayan 295 viewsआपने चमड़े का सिक्का चलाए जाने वाली बात सुनी होगी। वो और कुछ नहीं थी सिवाय सुपरक्लास पप्पूडम के। अब चूँकि हर पप्पू को भगवान कुछ अहेतुक कुलचमचे दे ही देते हैं तो उसकी कुछ न कुछ उपयोगिता भी कुछ…