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खबर नंबर : एक : फोर्स्ड सेक्स

Awanish P. N. Sharma

by Awanish P. N. Sharma
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दिसंबर 2015 में जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेनयू) के छात्र उदीप ने कैंपस हॉस्टल के अपने कमरे में एक पार्टी का आयोजन करता है। पार्टी में उदीप की गर्लफ्रेंड, उसके साथ पढ़ने वाली एक विदेशी लड़की समेंत कुल 8 लोग शामिल हुए।
अगली सुबह विदेशी लड़की ने जेनयू प्रशासन से शिकायत की : रात में पार्टी के दौरान उदीप और उसकी गर्लफ्रेंड ने मुझे ज्यादा शराब पिलाई और बाकियों के जाने के बाद मेरे साथ बलात्कार किया। इसकी जानकारी मुझे सुबह नींद खुलने के बाद हुई।
सुबह जब युवती नींद से जागी तो उसने इसकी शिकायत जेएनयू प्रशासन से की। प्रशासन तभी से युवती के आरोपों की जांच कर रहा था। जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए जाने पर पीड़िता की शिकायत पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने लड़की को बसंत कुंज थाने ले जाकर आरोपी छात्र के खिलाफ रेप व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी छात्र को इस महीने की 20 तारीख को गिरफ्तार कर लिया।
खबर नंबर : दो : सेक्स ही सेक्स :
जेएनयू के 11 शिक्षकों के एक ग्रुप ने 200 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें कैंपस और हॉस्टलों के खराब माहोल के साथ यूनिवर्सिटी को संगठित सेक्स रैकेट चलाने वालों का अड्डा बताया गया है। यह दस्तावेज 2015 में तैयार गया था, लेकिन इसे हाल ही में पत्रकारों को दिया गया है। यह रिपोर्ट जेएनयू प्रशासन को सौंपी जा चुकी है। सेंटर फॉर लॉ एंड गवर्नेंस की प्रोफेसर अमिता सिंह ने दावा किया कि जेएनयू हॉस्टल की मेस में सेक्स वर्करों को आना आम बात है। बाहर शराब की सैकडो बोतलें देखी जा सकती है। इन सब बातों के लिए 2 से 5 हजार तक का जुर्माना भी लगाया जाता रहा है।
खबर नंबर : तीन : फ्री सेक्स
जेनयू की शिक्षिका और माकपा (माले) की पोलित ब्यूरो मेंबर कामरेड कविता कृष्णन एक फेसबुक पोस्ट के जरिये ‘लैंगिक आजादी’ जैसे गंभीर विषय को अगंभीर ढंग से उठाती हैं। पोस्ट में सेक्स और शराब से जुड़ी जेनयू टीचर्स के 2015 की रिपोर्ट का बाकायदा जिक्र होता है। नारी विमर्श के नाम पर आगे चर्चा को बेहद सस्ता करते हुए पोस्ट पर एक सवाल / टिप्पणी के उत्तर में, खुद और फिर उनकी माँ ‘फ्री सेक्स’ शब्द के अर्थ को… लैंगिग आजादी (फ्री जेंडर) की जगह ‘सहवास की आजादी’ (फ्री सेक्स) के तौर पर स्थापित, स्वीकार करती हैं।
शब्द के उचित अर्थ तक को बहाल न कर पाने के इस नारी विमर्श के बीच तीनों खबरों के आपसी रासायनिक सूत्र तलाशिये !
तीसरी खबर दर्शन का अदूरदर्शी संवाद है, दूसरी खबर दर्शन के हाल बताती है और पहली खबर दार्शनिक माहोल की उपलब्धि। ठीक रहेगा न!
(#अवनीश पी. एन. शर्मा)

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