लोगबाग अपनी-अपनी पसंद की, अपने-अपने एजेंडों, अपने-अपने स्वार्थों इत्यादि के आधार पर चुनाव करके इन फर्जी व बेसिरपैर की बकवासों को सार्वभौम-सत्य व चेतनशीलता व जागरूकता के मानदंड के सबूत के तौर पर फैलाते रहते हैं। इसी तरह की फर्जी व बेसिरपैर की बकवासों में है कि नीदरलैंड्स में लोग नास्तिक हैं इसलिए जेलें खतम हो गई हैं या चीन में लोग नास्तिक हैं। ये दोनों बाते ही फर्जी हैं, बकवास हैं, झूठ हैं।
नीदरलैंड्स में सभी लोग नास्तिक नहीं हैं। लोग धर्मों को मानते हैं, लोग अपने-अपने पूजागृहों जैसे चर्च, मंदिर, मस्जिद इत्यादि में जाते हैं। जेल वाली कहानी व कारण बिलकुल अलग हैं। नास्तिकता आस्तिकता से लेना-देना नहीं।