यशराज फिल्म्स ने अपनी मच अवेटेड और बहुचर्चित कंटेंट शमशेरा को 4350 स्क्रीन काउंट के साथ भारतीय नज़दीकी सिनेमाघरों में भेजा है, जबकि ओवरसीज में 1200 नंबर्स रखे है।
इंडियन बॉक्स ऑफिस की दृष्टि से देखे, जो ट्रेड ने ट्रेंड बतलाया है 10 से 12 करोड़ की ओपनिंग ली है। बाकी निर्माता आदित्य चोपड़ा का फिगर क्या रहता है देखने वाली बात होगी। 150 करोड़ की फ़िल्म सीधे बॉक्स ऑफिस से कतई वसूली न कर पाएगी। इतनी यूएसपी नहीं है। बाक़ी सेटेलाईट, डिजिटल राइट्स, ओवरसीज आदि से प्रोडक्शन बजट रिकवर कर लेगी। इसे हिट स्टेटस के लिए अप्लाई करने के वास्ते 250 करोड़ की बॉक्स ऑफिस संख्या चाहिए। सिर्फ़ भारतीय रण से, ओवरसीज को भारतीय ट्रेड शामिल नहीं करता है।
यहाँ के कंटेंट के वर्डिक्ट देसी आखडे के प्रदर्शन पर तय होते है। जब बाहुबली भारत में 1000 करोड़ कमा ले। तब ट्रेड में बैठे एजेंट्स दंगल के ओवरसीज मने चाइना के नंबर्स जोड़कर अव्वल करार दे देते है। बाक़ी साँचा यानी पैमाना इंडियन बॉक्स ऑफिस ही सेट है। इन दिनों यशराज फिल्म्स के तारे-सितारे गर्दिश में बैठे है। छोटा, बड़ा कोई भी कंटेंट ट्रेड के सांचे में बैठ नहीं पा रहे है। क्योंकि दर्शक कनेक्ट नहीं हो रहे है। इस फ़िल्म का रिजल्ट रणबीर की ब्रह्मास्त्र के रिलीज पर असर डालेगा। सितंबर माह में दर्शकों के बीच होगी।
रणबीर के दोनों कंटेंट लंबे समय से प्रोसेस में थे, अब जाकर सिल्वर स्क्रीन पर आए है। कभी कभी कंटेंट एक्सपायरी भी निकल जाता है। फिलहाल बॉलीवुड के अधिकतर कंटेंट ऐसे ही निकल रहे है। दर्शकों को जोड़ पाने में नाकाम रहे है या कहे दर्शक जुड़ना नहीं चाहते है।
सोचनीय प्रश्न है….जल्द सोचना चाहिए।