अयान मोशाय 10 साल बिता दिए, ‘ब्रह्मास्त्र’ प्राप्त करने के लिए, जब इसकी झलक पर नजर पड़ी। तो कतई लगा ही नहीं, कोई फ़िल्म का ट्रेलर देख रहा हूँ।
वीएफएक्स और किरदारों के लुक में कोई अट्रैक्शन नहीं है। फैरी टेल कथा प्रतीत हो रही है। वीएफएक्स को देखकर लग रहा है कि लेखक-निर्देशक साहब ने हॉलीवुड की सबसे मशहूर सीरीज स्टार वार्स को घोंटकर पी लिया।
सच कहूँ तो अयान की प्रस्तुति से कोई थ्रिल व एक्साइटमेंट नहीं मिला है लगे कि 10 साल की मेहनत सामने आने वाली है। यक़ीनन, नॉर्मल सीक्वेंस में सिनेमेटोग्राफी अच्छी है जबकि वीएफएक्स के एरिया में बनावटी लगने लगती है। रियल स्टिक से कोसों दूर, ऐसे कंटेंट में वीएफएक्स और प्रोडक्शन डिजाइन महत्वपूर्ण किरदार अदा करता है। इसमें प्रेम कहानी केंद्र बिंदु नजर आ रही है।
शाहरुख खान, कैमियो में नजर आएंगे। हालांकि लुक रिवील नहीं किया है।
बाक़ी देखते है फ़िल्म क्या लेकर आती है। ट्रेलर से निराशा हाथ लगी है।